पहली सैलरी
मुझे आज भी याद है मेरी पहली सैलरी। मैं तब 20 साल की थी.. जब मुझे मेरी पहली सैलरी मिली। इससे पहले कि मेरी पहली सैलरी मिलती .. मुझे बहुत से लोगो ने बहुत कुछ कहा था.... कि तुम कभी जॉब नही कर सकती ... और भी बहुत कुछ ... उन्होंने ऐसा इसलिए कहा था क्यूंकि इससे पहले मैं 2 -3 जगह 3 -4 दिन काम कर के छोड़ चुकी थी। मैं उन जगह पे इसलिए नही टिक पाती क्यूंकि मुझे वहाँ काम करने में मज़ा नहीं आता था .... ऐसा लगता था कोई जबरदस्ती मुझे भेज रहा है ... और कहते है ना कि जिस किसी भी काम में आपका मन नहीं लगता आप उसमे ज्यादा दिन तक नही बने रह सकते. ... अंततह मैं वो नौकरी छोड़ देती। अब तो आलम ये था की मुझे जॉब करनी थी ताकि जो लोग कहते थे की तुम काम नही कर सकती उन्हें जवाब देना था. . और ऐसा ही हुआ। .मुझे मेरी पसंद की जॉब मिली और मैंने ख़ुशी -ख़ुशी वो जॉब ज्वाइन की और बहुत ही पाजिटिविटी के साथ मैं वहाँ जाती। मुझे वहाँ इतना मज़ा आता की शाम को छुट्टी होने के बाद भी मैं वहाँ रूकती और काम करती थी वो भी अपने मन से. . हालांकि मुझे उस जॉब में बने रहने के लिए बहुत मेहनत करनी पड़ी.. और मैं वो करती भी थी ... एक दिन ऑफ मिलता था संडे का , उसमे भी पूरी सप्ताह की तैयारी करती थी की आने वाले 6 दिन में वहाँ क्या - क्या काम करना है?
कभी-कभी बहुत थक जाती थी तो जाने का मन नहीं करता था तो एक ऑन्टी थी वो हमेशा मुझे कहती थी.. कि एक महीना काम करके देखो , जब पहली सैलरी मिलेगी ना .. तो देखना की सब दर्द मिट जाएगा.. बस उसी दर्द मिटने के इंतज़ार में मेरे 30 दिन कब पूरा हो गए , पता ही नहीं चला और मेरी ज़िन्दगी के मेरे पहले बॉस ने मुझे अपने केबिन में बुलाया और मेरे हाथ में एक एनवेलप पकड़ाया ... जिसके ऊपर मेरा नाम लिखा था... उस टाइम पे सैलरी अकाउंट में नहीं बल्कि कैश में मिलती थी ... मैं वो एनवेलप अपने हाथ में ले के इतनी खुश थी की ख़ुशी-ख़ुशी में उनके पैर छू लिए. उन्हें प्रणाम किया तो उन्होंने कहा की ये तो आप की मेहनत की कमाई है..बस , यही सुनने के लिए मैं इस दिन का इंतज़ार कर रही थी और एक बात जिसके बिना वो दिन अधूरा था कि - उस दिन मेरे पापा ने मेरा लंच बना के दिया था. और उस दिन ऑफिस से आते टाइम मैंने अपनी छोटी बहन के लिए अमूल कूल कोको लिया था जो उस टाइम नया ही आया था मार्किट में.. और मैंने उसे बैग में रखा था... और पुरे रास्ते मैं अपने बैग के ऊपर हाथ रख के आ रही थी और अमूल कूल की ठंडक और पहली सैलरी की गर्माहट को महसूस करते हुए मैं अपने घर पहुँची। तो इस तरह मुझे मेरी पहली सैलरी मिली। और उस कंपनी में मैंने 3 साल काम किया वो भी पुरे मन से और 2 प्रमोशन भी मिले तो इस तरह मेरी पहली जॉब और पहली सैलरी मिली।
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धन्यवाद।
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