बच्चे मन के सच्चे
मेरी 3 साल की बेटी जब भी खाना खाने बैठती है तो, मोबाइल में johny johny देखने की ज़िद करती है और अक्सर वो अपनी बात मनवा भी लेती है। कल जब मैं उसे खिलाने बैठी तो, मैंने अपना फ़ोन ऑफ करके उसके हाथ मे पकड़ा दिया और मैंने कहा -अब मम्मा कैसे बात करेगी ...मम्मा का फ़ोन तो खराब हो गया । उसने बहुत कोशिश की फोन चलाने की , पर नही हुआ। और फिर वो मुझे समझने लगी ...मम्मा आप मत रो...मैं आपके लिए कल नया फ़ोन लाऊंगी फिर आप मुझे johnh johny दिखाना और खा लिया उसने।